छात्राओं से धोखाधड़ी कर प्रोत्साहन राशि में से 50 प्रतिशत राशि वापस लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश
वारासिवनी । कक्षा 10वीं व 12वीं में विशेष योग्यता हासिल करने वाले छात्रों को शासन से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि दिलवाने और उसमें से 50 प्रतिशत राशि वापस ले लेने वाले एक गिरोह का गुरुवार को शासकीय टिहलीबाई उत्कृष्ट विद्यालय वारासिवनी के शिक्षक पंचम हनवत, वारा निवासी
महेंद्र कनौजिया और दो छात्राओं की हिम्मत के कारण पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने आरोपितगण अर्जुन कोलटकर निवासी मदनपुर, विकास डोंगरे निवासी गर्रा व अरविंद राहंगडाले गर्रा के खिलाफ एक राय होकर षडयंत्रपूर्वक छल करके धोखाधड़ी कर रुपये निकालने के आरोप में भादवि की धारा 420, 120 बी, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि मुख्य सरगना कटंगी निवासी व्यक्ति अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
शिक्षक पंचम हनवत ने बताया कि शासन द्वारा प्रतिभावान छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्ना योजनाएं संचालित की जाती हैं। जिनमें कक्षा 10वीं व 12वीं में 85 व 80 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्रों को शासन द्वारा 25 हजार रुपये लेपटॉप के लिए दिए जाते है। वहीं श्रम विभाग द्वारा जिन छात्रों के माता पिता के पास श्रमिक कार्ड हैं उन्हें 25 हजार रुपये प्रदान किए जाते है। गुुरुवार को उनके पास ग्राम वारा निवासी महेंद्र का फोन आया था कि श्रम विभाग द्वारा उनकी बहन को मिली स्कालरशिप की राशि में से साढ़े 12 हजार रुपये मांगे जा रहे है। जिस पर मेरे द्वारा उन्हें रुपये नहीं देने और उसे रोक कर डायल 100 को सूचना देने कहा गया था। जिसके बाद युवक द्वारा उन्हें रोक कर रखा गया और डायल 100 को सूचना दी गई थी। पुलिस ने पहुंचकर मामले की जानकारी लेकर कार्रवाई की हैं। इस मामले में ग्राम महाराजपुर निवासी खूशबू (19) पिता सूबेलाल बिसेन व ग्राम सिकंद्रा के पटेलटोला वार्ड नंबर एक निवासी रागिनी पिता धनपाल पारधी से भी 10-10 हजार रुपये की राशि ली गई है।
प्रदीप मंडाले के खाते में हुई राशि ट्रांसफर
उपनिरीक्षक शशांक राणा और श्री चौधरी तत्काल ग्राम वारा पहुंचे। जहां पर उन्हें ग्राम मदनुपर निवासी अर्जुन कोलटकर बैठा हुआ मिला। तभी पूछताछ की गई तो उसने बताया कि कटंगी निवासी प्रदीप मंडाले के कहने पर उसके द्वारा यह कार्य किया जा रहा हैं। वह अब तक सात से आठ लोगों से राशि ले चुका था। जिसमें से अधिकांश राशि प्रदीप मंडाले के खाते में आनलाइन ट्रांसफर की गई हैं। इसके बाद उपनिरीक्षक अर्जुन कोलटकर मदनपुर, विकास डोंगरे व अरविंद राहंगडाले गर्रा को लेकर पुलिस थाना आए।
दोनों छात्राओं ने दर्ज कराई रिपोर्ट
धोखाधड़ी के शिकार हुई खूशबू बिसेन व रागिनी पारधी ने अपने पालकों के साथ पुलिस थाना पहुंचे। जहां पर शिकायत दर्ज कराई कि वह कक्षा 12वीं में 86 प्रतिशत अंक लेकर उत्तीर्ण हुई थी। दो मई को अर्जुन कोलटकर व विकास डोंगरे ने उनके घर आकर बताया कि श्रम मंत्रालय की ओर से उन्हें 25 हजार रुपये की स्कालरशिप मिल रही है। इसीलिए उन्होंने आधार नंबर, कक्षा 12वीं की अंकसूची की फोटोकापी, मां बसवंता बिसेन का खाता नंबर, आधार कार्ड दोनों के फोटोग्राफ्स लेकर गए। वह उसकी सहेली ग्राम सिकंद्रा के पटेलटोला वार्ड नंबर एक की निवासी रागिनी पारधी के घर में गए। वहां से भी डाक्यूमेंट लिए। फिर 12 मई को फिर आए और पैसे आ गए बताया। उसके बाद कियोस्क वाले अरविंद राहंगडाले गर्रा को बुलाया। वह मशीन लेकर आया और मेरी मां के फिंगर लेकर बिना कुछ बताए 10 हजार रुपये निकाल लिए और कल आने की बात कही। फिर रागिनी के घर जाकर वहां से भी 10 हजार रुपये निकाल लिए।
इनका कहना
धोखाधड़ी के मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। एक मुख्य आरोपित गिरफ्त से बाहर है उसे जल्द ही हिरासत में लिया जाएगा।
कैलाश सोलंकी, थाना प्रभारी वारासिवनी।