समाजसेवी शिवशंकर पाण्डेय ने बैगाओं को बांटा राशन

 समाजसेवी शिवशंकर पाण्डेय ने बैगाओं को बांटा राशन



सालेटेकरी। कोरोना संक्रमण के चलते आम से लेकर खास तक सबके सब परेशान हैं। गरीब व माध्यम वर्ग के लोग कोविड 19 के चलते खासा परेशान हैं।गरीब तबके के लोगो को रोजगार न मिलने के कारण भूखा मरने की नौबत आ गयी है। वजह है पिछले दो महीने से उचित मूल्य की दुकान से राशन का न मिलना। एक तो लॉक डाउन ऊपर से राशन का नही मिलना बैगाओं के लिए बहुत बडी समस्या खड़ी हो गयी है। ऐसे में समाजसेवी शिवशंकर पाण्डेय की सराहना की जानी चाहिए जो इनकी समस्या जानने इनके बीच पहुंच कर ऐसे परिवारो को चिन्हित किया जो बहुत Óयादा परेशान थे। जिनमें विधवा महिला,गरीब परिवार व शरीर से अक्षम परिवारो को पांच किलोग्राम चावल,आधा किलोग्राम अरहर की दाल,एक किलोग्राम नामक,हल्दी मिर्ची का एक एक पैकेट देकर बैगाओं की मदद किया जिसको पाकर बैगा परिवारो ने श्री पाण्डेय व सहयोगियों को धन्यवाद व आशीर्वाद दिया। बैगाओं से मिला आशीर्वाद हमारे लिये किसी संजीवनी से कम नही था जिसका बयां कर पाना शायद मुश्किल है। शिवशंकर पाण्डेय ने बताया कि लॉकडाउन लगे करीब 20-22 दिन हो गया। लेकिन बिरसा तहसील अंतर्गत अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र मछुरदा, कोमो मातला,कुंडेकसा,बोन्दरी, उरसेकल,कोरका,गठिया,धर्मशाला आदि ग्रामो में निवासरत बैगा परिवारो का हालचाल जानने कोई नही पहुंचा। ऐसे में बैगाओं के बीच पहुंचे शिवशंकर पाण्डेय को पाकर बैगा परिवारों के चेहरे खिल गए। बैगाओं ने बताया कि पिछले दो महीने से उचित मूल्य की दुकान से मिलने वाला राशन हम लोगो को नही मिलने के कारण बहुत Óयादा परेशानी हो रही है। जिसको गंभीरता से लेते हुए समाजसेवी शिवशंकर पाण्डेय ने उन परिवारों को चिन्हित किया जिसको राशन की बहुत Óयादा जरूरत थी। देखा जाए तो राशन सभी बैगाओं को मिलना था लेकिन श्री पाण्डेय ने अपनी चादर की लंबाई के अनुसार जिनको Óयादा जरूरत थी उन्ही लोगो को राशन दिया व भविष्य में  ऐसे ही मदद देने का आश्वासन भी दिया। बिरसा तहसील में निवासरत बैगा परिवार बहुत ही Óयादा शर्मिले स्वभाव के होते हैं जो अपने दिल की बात किसी से नही कहते यहां तक कि अपने परिवार से भी नही करते। विगत कई वर्षों से बैगाओं के बीच रहे शिवशंकर पाण्डेय को अपने बीच पाकर कई बैगाओं ने अपने दिल की बात कही जो श्री पाण्डेय के दिल मे लगी। बैगाओं ने बताया कि हमें भले ही कोविड वैक्सीन सबसे अंतिम में लगाया जाये लेकिन हमें हर माह मिलने वाला राशन न रोका जाये नही तो हम लोग मर जायेंगे। इतनी बड़ी बात सुनकर किसी का भी कलेजा फट जाएगा लेकिन अपने आप को इनका हिमायती कहने वाले लोगों के कान में जूं तक नही रेंगती,धिक्कार है ऐसे लोगो पर। बहरहाल शिवशंकर पाण्डेय ने लोगो से अपील किया है कि अपने अंदर के मरे हुए इंसान को जीवित कर अपने गली मोहल्ले गांव में किसी गरीब जरूरतमंद परिवार की मदद करके देखो। इतना सकून मिलेगा जिसका बयान कर पाना शायद हमारे बस में भी नही होगा। अगर किसी की मदद के लिए जा रहे हैं तो अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखे। मदद करते समय खुद सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। समाजसेवी शिवशंकर पाण्डेय के सहयोगी के रूप में मामराज शरणागत, दिलीप सोनी,ताम्रध्वज राहंगडाले का विशेष सहयोग रहा।

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