कार्डधारियों को बिना तौल किए ही कम मिल रहा राशन

 कार्डधारियों को बिना तौल किए ही कम मिल रहा राशन


कटंगी। जनपद पंचायत कटंगी के अंतर्गत धनकोसा सेवा सहकारी की उचित मूल्य की दुकान का है। यहां मध्य प्रदेश राज्य आपूर्ति निगम के गोदामों से उपभोक्ताओं के लिए खाद्यान्न वितरण करने के लिए अनाज आता है। इस खाद्यान्न को विक्रेता द्वारा दिन कोरोना संक्रमण या अति गरीबी रेखा की नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को प्रदाय किया जाना होता है। लेकिन गोदाम से आने वाले बोरियों में सीधे पांच से दस किलो तक खाद्यान्न कम निकल रहा है। एक ऐसा ही मामला तिरोड़ी तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम धनकोसा सोसायटी की उचित मूल्य की दुकान में सामने आया है। जहां पर ट्रक क्रमांक एमएच 12 एलटी 3126 में आया खाद्यान्न मौके पर उतरते समय नपवाया गया तो बोरियों में 50 किलोग्राम चावल रहना चाहिए उसमें 40 किलोग्राम, 45 किलोग्राम खाद्यान्न पाया गया और यही बोरियों को बिना तौल किए कार्डधारियों को थमाया जा रहा है जिससे गरीबों को राशन कम मिल रहा है।

ट्रक से चावल उतारते समय प्रधानमंत्री जन कल्याण जिला सदस्य प्रदेश उपाध्यक्ष व समाजसेवी संतोष राहंगडाले द्वारा मौके पर चावल की बोरियों का तौल कराने पर वजन कम पाया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा इसमें एक बड़ा घोटाला समझ में आ रहा है। उन्होंने इसकी जांच की मांग की है। प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से यह कार्य फल फूल रहा है। उनका कहना है कि एक तरफ सरकार कहती कि गरीबों को मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है। दूसरी तरफ सोसायटी के कर्मचारी एवं एफसीआइ गोदाम के कर्मचारी द्वारा कम वजन वाली बोरियों को सेल्समेनों पर लाद दी जाती है। वहीं 50 किलो के नाम से कार्डधारकों को दे दिया जाता है। जिले के कलेक्टर, शासन के उच्च स्तर के अधिकारी, खाद अधिकारियों से अपील की है कि इस मामले की जांच कर उपभोक्ताओं के साथ हो रहे अत्याचार का निवारण हो दूर करें।

खाद्यान्न की वेट पर्ची में नहीं रहता वजन: खाद्यान्न के साथ जो वेट पर्ची है उसमें वजन नहीं लिखा गया है ना ही गोदाम प्रभारी के हस्ताक्षर है जो संदेहास्पद है। मेरे द्वारा ग्रामीण उपभोक्ताओं की सोसायटी से कम अनाज मिलने की शिकायत पर खाद्यान्न उतरते समय ट्रक में रखे अनाज की बोरियों का कॉल कराया गया। जो कहीं 40, कहीं 45 कहीं, 42 किलो उतर रही थी। इसे उपभोक्ता बिना तौलकर ले जाते थे और उस पर नुकसान उन्हें भुगतना पड़ता है और कर्मचारी अधिकारियों की जेब गर्म हो रही थी।

मैंने इस घटना के बाद विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी है कि वे खाद्यान्ना तौलकर ही लें। उपभोक्ताओं को भी खाद्यान्न तौलकर दिया जाए। बिना तौल किए अनाज में कोई कमी दिखाई देती हैं तो सेल्समैन जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

एनएल पटले, संस्था प्रबंधक सेवा सहकारी समिति धनकोसा।

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