तिरोड़ी में 15 दिनों से जलावर्धन योजना की नहीं भर पा रही पानी टंकी
तिरोड़ी। तिरोड़ी तहसील मुख्यालय में 15 दिन बीत गए जलावर्धन योजना से लोगों को एक टाइम पानी मिल रहा है। यहां 24 घंटे में महज आठ घंटे बिजली रहती है वह भी बीच में गुल होते रहती है। ऐसे में पानी की टंकी में पानी नहीं भर पाता है। बिजली विभाग को कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी विभागीय अधिकारी से लेकर कर्मचारी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जिसके चलते 10 हजार आबादी में पेयजल को लेकर परेशानी उठानी पड़ रही है। दरअसल, वर्ष 2016 में लोगों की प्यास बुझाने के लिए प्रदेश सरकार के सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणा पर जलावर्धन योजना का काम प्रारंभ किया गया था। जिसकी लागत 5 करोड़ 29 लाख रुपये थी। इस कार्य को करवाने का जिम्मा पीएचई विभाग को सौंपा गया था। पीएचई विभाग ने भी बड़े मुश्किल से काम करने की बात कहते हुए कई वार्डों में बिना पाइप लाइन बिछाकर कार्य को कागजों में पूरा दर्शा दिया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि जलावर्धन योजना के लिए जीवनदायिनी बावनथड़ी नदी किनारे खोदा गया कुआ से बम्हनी फिल्टर प्लांट में आता है, लेकिन बोनकट्टा पावर हाउस से दो दर्जन गांवों में बिजली आपूर्ति होती है। पावर हाउस से कर्मचारी के गायब रहने से बड़े मुश्किल से आठ घंटे बिजली रहती है और आंधी तूफान बारिश होने पर गुल हो जाती है। कई बार पावर हाउस जाने पर कर्मचारी नहीं मिलते है। यहां तक की जेई भी गायब रहते है। ठीक तरह से बिजली नहीं रहने से जलावर्धन योजना की पानी टंकी भर नहीं पाती। इससे पिछले 15 दिन से अधिक समय होने जा रहा है एक टाइम ही पानी मिलता है। जिससे लोगों को अलसुबह से पेयजल की जुगत में हैंडपंपों व कुओं की ओर रूख करना पड़ता है। बताया गया कि इन दिनों खेतों में धान की बोवाई व तूअल लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है इससे कई सारे कामकाज प्रभावित होने लगे है।
पांच लाख लीटर क्षमता की दो पानी टंकी
डेढ़ दशक से तिरोड़ी में पेयजल की आफत बनी हुई थी। क्षेत्र में कम बारिश होने से बांध, तालाब, नाले, झिरिया सहित अन्य जलस्त्रोत पूरी तरह से भर नहीं पाते थे, इसके लिए मॉयल नगरवासियों की मांग पर पूर्व की प्रदेश सरकार द्वारा जलावर्धन योजना की स्वीकृति दिलवाई थी। जिसमें पीएचई विभाग की ठेकेदार ने 5-5 लाख लीटर क्षमता वाली दो पानी टंकी बनाई गई है। ग्राम पंचायत तिरोड़ी में पूरे कनेक्शन 600 है। पहले से छह बोर थे जो गर्मी में सक्सेस नहीं होने से बावनथड़ी नदी से पानी फिल्टर प्लांट बम्हनी में लाया जा रहा है। ग्राम पंचायत में 20 वार्डो में 10 हजार की आबादी है।
इनका कहना
24 घंटे में आठ घंटे बिजली मिल रही है। इससे जलावर्धन योजना की पानी टंकी में पानी नहीं भर पा रहा है। 15 दिनों से ज्यादा होने जा रहा है लोगों को ठीक तरह से नहीं मिलने से परेशानी होती है। बिजली गुल के संबंध में बोनकट्टा पावर हाउस जाने पर कर्मचारियों सहित जेई गायब रहते है।
आनंद ब्रम्हैया
ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत तिरोड़ी।
हमे आपके द्वारा संज्ञान में लाया जा रहा है कि बोनकट्टा पावर हाउस में कर्मचारी ड्यूटी से गायब रहते है। साथ ही जेई भी मुख्यालय में दिखाई नहीं देते है। इसकी जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मनोज गेडाम
डिविजनल इंजीनियर मप्र विद्युत विभाग वारासिवनी।