हो रहा है अवैध रेत उत्खनन पोकलेन मशीन जप्त-पूर्व सांसद कंकर मुंजारे
बालाघाट। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने पे्रसवार्ता आयोजित कर बताया कि जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत पूनी के निकट से बहने वाली वैनगंगा नदी से रेत माफियाओं द्वारा अवैध रूप से पोखलैंड मशीन लगाकर रेत का उत्खनन कर डम्परों से परिवहन करने से नाराज ग्राम पूनी, दिनेरा आदि के ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह पोखलैंड मशीन व डंपरों को रोक लिया था। लेकिन ग्रामीणों की संख्या कम होने के कारण डंपर चालक उन्हें डरा धमका कर अपने डंपर ले भागे, लेकिन पोखलैंड मशीन का चालक मशीन को नदी में छोड़ कर भाग गया है।
दोनों नेता और ग्रामीण मशीन को रोककर बैठे
इसकी जानकारी पूर्व सांसद व पूर्व विधायक कंकर मुंजारे व नगरपालिका परिषद वारासिवनी के पूर्व अध्यक्ष विवेक पटेल को लगने पर वह भी मौके पर पहुँचे। जहाँ पर उन्होंने ग्रामीणों को समस्या को सुनने के बाद कलेक्टर बालाघाट, पुलिस अधीक्षक बालाघाट, खनिज विभाग के अधिकारियों, एसडीएम आदि से मोबाईल से चर्चा की। सभी ने कार्यवाही के लिए स्थल पर खनिज विभाग के अधिकारियों को भेजने की बात कही। लेकिन शाम के साढ़े 6 बे तक एक भी जिम्मेदार अधिकारी स्थान पर नही पहुॅचा हैं। वही सुबह से ही ग्रामीणजन व दोनो नेतागण पोकलेन मशीन को रोककर नदी में बैठे हुए है।
पोकलेन मशीन से खेत से रेत उत्खनन पर भड़के किसान
जानकारी अनुसार पिछले कई महीनों से रेत माफियाओं द्वारा वैनगंगा नदी के पूनी क्षेत्र के रेत घाट से पोखलैंड मशीन द्वारा रेत का उत्खनन कर डम्परों से परिवहन किया जा रहा है। जिसकी जानकारी जिले के सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को है। लेकिन आज तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही संबंधित विभाग व अधिकारियों द्वारा नही की गई। वैनगंगा नदी से नियम विपरीत पोखलैंउ मशीन से रेत उत्खनन के साथ-साथ इन रेत माफियाओं ने नदी से लगे हुए खेतों में जमा हुई रेत को भी निकालने का कार्य प्रारंभ कर दिया। जिसके कारण खेत मालिको में आक्रोश व्याप्त हो गया। जिसकी परिणीति स्वरूप सोमवार की सुबह लगभग 7 बजे इन किसानों ने घेराबंदी कर पोखलैंड मशीन व डम्परों को रोक लिया।
ग्रामीणों की घेराबंदी से मशीन छोड़कर भागा चालक
आक्रोशित किसानो व ग्रामीणों द्वारा पोखलैंड मशीन व डम्परों को रोकने पर पोखलैंड मशीन का चालक मशीन छोड़कर भाग गया और डम्पर चालकों ने ग्रामीणों व किसानों को डरा धमका कर अपने डम्पर लेकर फरार हो गए। इस घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व सांसद कंकर मुंजारे व नपा पूर्व अध्यक्ष विवेक पटेल तत्काल ग्राम पूनी के अवैध रेत उत्खनन स्थल पर पहुॅचे।
पूर्व सांसद ने की अधिकारियों से चर्चा
बताया जाता है कि स्थल पर ग्रामीणों व किसानों से मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद पूर्व सांसद श्री मुंजारे ने कलेक्टर बालाघाट से मोबाईल पर चर्चा की तो उन्होंने खनिज विभाग के अधिकारियों को भिजवाने की बात कही। उसके बाद श्री मुंजारे ने पुलिस अधीक्षक, एसडीएम व खनिज विभाग के अधिकारियो से चर्चा की। सभी ने कार्यवाही के लिए अधिकारियों को भेजने का आश्वासन दिया।
रामपायली से पहुॅचे कुछ पुलिसकर्मी, लेकिन नही की कार्यवाही
इस बीच रामपायली पुलिस थाने से कुछ पुलिसकर्मी स्थल पर पहुॅचे। जहॉ पर उन्होनें श्री मुंजारे, श्री पटेल व ग्रामीणो से चर्चा की और फिर बिना कोई कार्यवाही किए वापस लौट गए। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक शाम साढ़े 6 बजे तक कोई भी अधिकारी वस्तुस्थिति की जानकारी लेने और कार्यवाही करने के लिए स्थल पर नही पहुॅचा। वही नेतागण, ग्रामीणजन व किसान भी पोखलैंड मशीन के सामने बैठे हुए हैं।
खेत से रेत निकाली
मामले की जानकारी देते हुए ग्राम पूनी निवासी किसान राघोजी तुरकर, कुॅवरलाल तुरकर ने बताया कि रेत निकालने वालों ने उनसे पूछे बिना उनके खेत से पोखलैंड मशीन से रेत निकाल-निकाल कर डम्परों से भेज दिया। हमें इसकी जानकारी मिलने पर सोमवार की सुबह हमने इन सभी को अपने खेत से रेत निकालने से रोक दिया। इनके द्वारा वैनगंगा नदी से भी रेत निकाली जा रही थी। इस बात की जानकारी हमारे गॉव के कुछ लोगों ने नेताओं को दी, तो उन्होनें यहॉ पर पहुॅच कर अधिकारियों से बात कर कार्यवाही के लिए कहा। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है।
सड़क बनाकर खरात किया खेत
ग्राम पूनी निवासी किसान बीआर बिसेन व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उनके खेतों से बिना उनसे पूछ सड़क बना दी गई है, जिससे खेत खराब हो गए हैं। उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। वही महिला किसान के खेत में लगी सब्जी भी सड़क बनाने के कारण खराब हो गई, जिसके कारण उसे लगभग 40 हजार रूपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
दो हजार डंपर रेत भेज दी महाराष्ट्र: कंकर मुंजारे
पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने कहा कि अब तक लगभग 2 हजार डंपर रेत महाराष्ट्र भेजी जा चुकी है और नदी के अंदर पोकलेन मशीन से उत्खनन नियमों के विरूद्ध है। यदि रेत घाट स्वीकृत भी हैं, तो ठेकेदार मशीनों से खनन नही करवा सकता है। नदी से मजदूरों द्वारा रेत खोदकर टे्रक्टर से परिवहन किया जा सकता है। नदी के अंदर सड़क भी नही बनाई जा सकती है। यदि यह घाट स्वीकृत है, तो नियम विरूद्ध उत्खनन करने के कारण ठेकेदर का ठेका निरस्त किया जाना चाहिए।
सुबह सूचना देने के बाद कोई नही पहुॅचा: विवेक पटेल
नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष विवेक पटेल ने बताया कि अवैध उत्खनन की जानकारी कलेक्टर एसपी बालाघाट, खनिज अधिकारी और वारासिवनी एसडीएम-एसडीओपी वारासिवनी, थाना प्रभारी रामपायली को सुबह से देने के बावजूद शाम साढ़े 6 बजे तक एक भी अधिकारी स्थल पर नही पहुॅचा है। मात्र रामपायली थाने के 2-3 पुलिसकर्मी स्थल पर खड़े हुए हैं, इसीलिए ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि जब तक प्रशासन कार्यवाही नही करेगा वह पोकलेन मशीन के सामने बैठे रहेंगे।
इनका कहना है
शायद पोकलेन मशीन से अवैध उत्खनन का मामला है। राजस्व व खनिज विभाग के अधिकारी स्थल पर गए हुए हैं। यदि नही पहुॅचे है तो मै दिखवाता हूॅ।
डॉ गिरीश मिश्रा, कलेक्टर बालाघाट