निरंजन बिसेन संचालक केरियर स्कूल के अतिक्रमण की टूटी बाउंड्रीवाल

 निरंजन बिसेन संचालक केरियर स्कूल के अतिक्रमण की टूटी बाउंड्रीवाल

 संचालक निरंजन बिसेन ने किया था अतिक्रमण


वारासिवन। ग्राम पंचायत सिंकन्दरा के सरपंच सहित दर्जनो ग्रामीणों की मांग पर अंतत सामुदायिक भवन के पास किये गये सीमाकंन में शासकीय भूमि के अतिक्रमण का मामला पुर तरह स्पष्ट हो गया था। कार्यवाही को आगे बढ़ाते हुये न्यायालय तहसीलदार ने राजस्व निरिक्षक नजूल वारासिवनी व हल्का पटवारी द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर कैरियर शिक्षा समिति को शासकीय भूमि पर स्कूल की बाउण्ड्रीवाल बनाकर अतिक्रमण किेय जाने पर कारण बताओं नोटिस जारी किया है।

पिछले तीन माह से ग्राम पंचायत सिंकन्दरा में पटवाीर हल्का नंबर 31 के खसरा क्रमांक 279/1/1 का रकबा 1.027 हेक्टर के सीमांकन का मामला चर्चा में बना हुआ था। शिकायतकर्ता जहां राजनैतिक वजहो से सीमांकन नही होने की बात कहकर बार बार सीमांकन करने की मांग करते देखे गये। अंतत प्रशासन को ग्रामीणों की मांग पर झुकते हुये भारी भरकम टीम से सीमांकन कराना ही पड़ा। जिसमें सीमांकन पूर्ण होते ही कैरियर शिक्षा समिति द्वारा संचालित स्कूल की बाउड्रीवाल वाले हिस्से में 101.5 वर्ग फिट सीमांकन के लिये एक 12 सदस्यीय दल का गठन किया गया था। गठित दल के सीमांकन के दौरान पक्षकारों को भी सूचना पत्र के माध्यम से पहुंचाई गई थी।

समयसीमा में नही दिया जवाब तो होगी एक पक्षीय कार्यवाही

अतिक्रमण का मामला पुरी तरह उजागर होने के बाद न्यायालय तहसीलदार वारासिवनी ने 24 मार्च को राजस्व निरिक्षक नजूल वारासिवनी व हल्का पटवारी द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर कैरियर शिक्षा समिति के सचिव को शासकीय भूमि से लगभग 101.5 वर्गफीट पर स्कूल की बाउण्ड्रीवाल बनाकर अतिक्रमण किये जाने पर नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही 30 मार्च 22 तक उपरोक्त संबंध में लिखित जवाब इसी न्यायालय में स्वयं उपस्थित होकर पेश करने का आदेश जारी किया है। अन्यथा एक पक्षीय कार्यवाही करने की बात भी कारण बताओं नोटिस में लिखी गयी है। साथ ही धारा 248 के तहत अतिक्रमण का दोषी मानते हुये बेदखली की कार्यवाही की बात भी लिखी गयी है।

कार्यवाही के डर से बाउड्रीवाल स्वयं ही तोडऩे की जनचर्चा

दूसरी ओर देखने में यह आया है कि न्यायालय तहसीलदार वारासिवनी के नोटिस के मिलते ही कैरियर शिक्षा समिति ने अपने स्कूल की बाउंड्रीवाल के एक हिस्से को स्वयं ही तोड़ दिया है। जनचर्चा के कारण यह अतिक्रमण का मामला होने के कारण ही स्कूल ने कार्यवाही के डर से बाउड्रीवाल को तोड़ा है। दूसरी ओर शिकायतकर्ताओं के अनुसार अभी भी यह सामने आने का विषय है कि क्या जितना अतिक्रमण था उतना ही हटाया गया है कि नही? साथ ही सभी कि निगाहे कैरियर शिक्षा समिति की तरफ से 30 मार्च को दिये जाने वाले जवाब की तरफ भी लगी हुयी है कि क्या और  किस तरह जवाब पेश किया जाता है।

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