फाटक बंद होने पर 30 से 45 मिनट खड़े रहते हैं राहगीर

 फाटक बंद होने पर 30 से 45 मिनट खड़े रहते हैं राहगीर



बालाघाट। समय के साथ बढ़ती जिले की आबादी और बड़े आवागमन के संसाधन भी बड़े है। रेलवे फाटक लगने की स्थिति में अंडरपास, ओवरब्रिज या अन्य कोई बचकर निकलने के लिए मार्ग न होने की स्थिति में लोग कड़ी धूप में खुले आसमान के नीचे अपने स्वजन के साथ सड़क पर खड़े होकर फाटक खुलने का इंतजार करते है। स्थिति ये उस वक्त गंभीर हो जाती है जब समय दोपहर का होता है और फाटक लगने से लगे जाम में लोग फंस जाते है। ऐसे कई बार लोग शासन-प्रशासन को कोसने के साथ ही धूप से बचने व जल्दबाजी के चक्कर में लोग जान को जोखिम में डालकर फाटक पार करते भी नजर आते है।

सरेखा रेलवे फाटक से नागपुर, गोंदिया की ओर से पैंसेजर गाड़ी के साथ ही मालगाड़ी बड़ी संख्या में बालाघाट स्टेशन पहुंचती है और सरेखा रेलवे फाटक रेलवे स्टेशन से लगा होने के कारण जाम की स्थिति निर्मित होना आम बात हो गई है, दरअसल सरेखा रेलवे फाटक मार्ग गोंदिया से बालाघाट, लांजी, बालाघाट से सिवनी, बालाघाट से कटंगी मार्ग होने के कारण इस मार्ग से आवागमन बहुतायत में होता है और बड़े वाहन जाम में फंसने के कारण यहां स्थिति गंभीर होने पर राहगीरों को 20 मिनट से लेकर आधा पौन घंटा तक इंतजार करना धूप में पड़ जाता है। इतना ही नहीं आधा से एक किलोमीटर लंबा जाम भी लग जाता है।ऐसी ही कुछ स्थिति बैहर चौकी रेलवे फाटक पर भी आए दिन निर्मित होती है।

कोसमी, सरेखा, नवेगांव समेत अन्य गांव व वार्ड मुख्यालय से लगे होने होने के कारण यहां के लोगों को शिक्षा, दैनिक कार्य, मजदूरी, दूध, स्वास्थ्य समेत अन्य कामों के लिए दिनभर आना-जाना लगा रहता है और फाटक बंद होने पर राहगीरों के साथ ही सबसे अधिक यहां के लोग परेशान होते है। कोसमी निवासी प्रशांत बिंझेवार ने बताया कि जाम में फंसकर धूप में परेशान होना बच्चों के साथ वह भी ये रोज की समस्या बन चुकी है। इस समस्या के समाधान के लिए लंबे समय से ओवरब्रिज व अंडरपास निर्माण की बात सुन रहे है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।

इनका कहना...

सबसे अधिक समस्या मालगाड़ी के गुजरने के दौरान होती है मालगाड़ी लंबी होने के साथ ही फाटक पार करते समय रफ्तार धीमी होने से लंबा जाम लग जाता है और भरी दोपहर में लोग अपने स्वजन के साथ कड़ी धूप में खड़े होने मजबूर होते है। इन समस्याओं को देखते हुए शासन-प्रशासन को शेड की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि लोग धूप में बच सकें।

भानू अग्रवाल, स्थानीय दुकानदार।

जरुरी है आवागमन का अन्य मार्ग

हट्टा में नौकरी करने के लिए रोजाना आवागमन करना पड़ता है और फाटक बंद होने की स्थिति में दूसरे स्थान से गुजरने के लिए न तो अंडरपास बनाया गया है और न ही ओवरब्रिज जिसके कारण जाम में फंसकर परेशान होना पड़ता है, लोगों की समस्या को ध्यान में रखकर जल्द ही अन्य आवागमन के लिए मार्ग की व्यवस्था की जाना चाहिए जिससे की लोग जाम में फंसकर परेशान न हो।

-प्रवीण कुमार रोडके, राहगीर।

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