हाट बाजार से नहीं हट रहा अतिक्रमण, होती है परेशानी
लामता। सालों से हाट बाजार की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण गांव के कुछ लोगों ने कर लिया है। इसकी अनेक बार शिकायत करने के बाद हटाने का नाम नहीं लिया जा रहा है। जिससे शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।जिसके चलते लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इधर, लामता निवासी वीरेंद्र शर्मा ने नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री, कमिश्नर जबलपुर, कलेक्टर बालघाट के नाम ज्ञापन सौंपा है।
ग्रामीण वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि लंबे समय से ग्राम पंचायत लामता के आरक्षित भूमियों से अतिक्रमण हटाने की शिकायत कर रहा है, परंतु उच्चाधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे है। इसीलिए शनिवार को उप तहसील लामता पहुंचकर नायब तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने को लेकर ज्ञापन सौंपा है। जिसमें ग्राम पंचायत लामता में सरपंच द्वारा बाजार हाट की आरक्षित भूमि एवं ग्राम पंचायत के कमरों में कब्जा कर पक्का निर्माण कराकर अतिक्रमण किया गया। जिसकी समय-समय पर शिकायत सीएम हेल्पलाइन में वर्ष 2014 से लगातार किया जा रहा है, लेकिन अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने के बजाए अतिक्रमणकारियों की मदद करते दिखाई दे रहे है।
चार कमरे का कांप्लेक्स
वर्ष 2005 में निर्वाचित सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत के चार कमरे के स्थान पर अपना पक्का कांप्लेक्स बनाकर पंचायत से प्रस्ताव पारित कर अपने पुत्र, पत्नी व राजेन्द्र घुले के नाम से पट्टा जारी कर दो वर्ष पूर्व राजस्व प्रलेख के 12 नंबर कालम में दर्ज कराया गया है। वर्ष 2009 में ग्राम पंचायत लामता के बाजार हाट की भूमि में मुख्यमंत्री हाट बाजार मद से निर्मित कमरों को बिना प्रस्ताव पारित किए 3000 रुपये में 20 कमरे को 20 वर्ष के लिए लीज में दिया गया। जिसका ग्राम पंचायत में कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। जिससे ग्राम पंचायत को लाखों रुपये का घाटा हुआ। पंचायतीराज अधिनियम की खुलेआम धज्जियां उड़ाया गया है। वर्ष 2005 तक लामता के बाजार हाट की आरक्षित बाजार हाट की भूमि में अतिक्रमण नहीं था।वर्ष 2005 के बाद लामता सरपंच अपने कच्चे मकान को तोड़कर अपना दुकान की बिल्डिंग हाट बाजार की भूमि में बनाया।इसके पश्चात ही साहूकारों के द्वारा भी बाजार हाट की भूमि में कब्जा कर बिल्डिंग बनाने का कार्य किया गया। इसके बाद हाट बाजार के चारो तरफ साहूकारों द्वारा कब्जा कर मकान दुकान की बिल्डिंग बनाकर अतिक्रमण किया गया है। आज की स्तिथि में बाजार हाट की तीन एकड़ 10 डिसमिल जमीन में मुश्किल से दो एकड़ जमीन बची हुई है। यह देकर सेठों ने ढूटी रोड़ हो या नैनपुर रोड हो पूरे लामता में अतिक्रमण का जाल से घिर चुका हैं
45 व्यक्तियों की सूची तैयार
अतिक्रमण की शिकायत पर राजस्व विभाग द्वारा जांच कराकर 45 व्यक्तियों की सूची तैयार कर नोटिस दिया गया। इन अतिक्रमणधारियों की पेशी नायब तहसील लामता में हुई है। इसके बावजूद आज तक ग्राम पंचायत लामता के हाट बाजार की से अतिक्रमण नहीं हटाया गया और नहीं अधिकारियों द्वारा हाट बाजार में हो रहे नवीन निर्माण कार्य को रोका गया।
इनका कहना
वीरेंद्र शर्मा लामता निवासी द्वारा मुख्यमंत्री, कमिश्नर जबलपुर व कलेक्टर बालाघाट के नाम से ज्ञापन दिया गया है। जिसमें इनके द्वारा लंबे अर्से से ग्राम पंचायत लामता के हाट बाजार की आरक्षित भूमि एवं पंचायत के चार कमरों की जगह मे सरपंच द्वारा पक्के कमरे बनाकर अपने परिवार के नाम करने की शिकायत की है। इस शिकायत पत्र के साथ पटवारी पंचनामा, अतिक्रमणकारियों की सूची, ग्राम पंचायत के कमरों के किराया रसीद सलंग्न किया गया है। मेरे द्वारा संबंधित ज्ञापन को उच्चाधिकारियों को पहुंचा दिया जाएगा।उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में मेरे द्वारा अतिशीघ्र अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
संदीप नागोसे
नायब तहसीलदार, लामता।