डेढ़ माह से 108 एंबुलेंस सेवा ठप, मरीजों को नहीं मिल रही लाऊ
लालबर्रा । आपातकालीन स्थिति में मरीजों को समय पर अस्पताल तक पहुंचाने के मकसद से शासन द्वारा संजीवनी 108 एंबुलेंस की सेवा प्रारंभ की गई है।मरीजों व पीडि़तों का समय रहते इलाज हो सके। लेकिन क्षेत्र में पिछले डेढ़ माह से एंबुलेंस ठप पड़ी हुई है और मरीजों को सेवा नहीं मिलने से जान पर बन आती है। दरअसल, छत्तीसगढ़ राज्य की एक कंपनी द्वारा टेंडर लिया गया है।जहां जिले में करीब 36.40 एंबुलेंस की जरूरत है। जिसमें से 21 वाहन ही उपलब्ध हो पाई है। स्वास्थ्य विभाग की इतनी लचर व्यवस्था होने के बावजूद किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा उक्त मामले का गंभीरता से संज्ञान में नहीं लिया जा रहा है। जिसके चलते पीडि़तों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि 2013 से आई 108 एंबुलेंस अधिक दौडऩे के कारण उसके पहिए थम गए है।जिसके चलते पुरानी ओमनी वाहन की जगह लालबर्रा थाना क्षेत्र के लिए नई बेसिक लाइफ सपोर्ट बीएलएस एंबुलेंस 108 वाहन अप्रैल वर्ष 2019 में उपलब्ध करवाया। जिसे तत्कालीन थाना प्रभारी विजय कुमार विश्वकर्मा द्वारा 108 वाहन चालक को चाबी भेंट कर वाहन का शुभारंभ किया था। लेकिन तीन साल बाद एंबुलेंस के पहिए थम गए। लालबर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखी एंबुलेंस बेकार साबित हो रही है।इमरजेंसी पर ही अस्पताल से निकलती है। इसके लिए अनेक प्रस्ताव तैयार के बावजूद भी कबाड़ हुई एंबुलेंस ना बदली गई और ना नीलाम की गई। आपातकालीन सुविधा में मरीजों को राहत देने के बजाए यह गाड़ी सिर्फ जिले से दवाइयां लाने के लिए उपयोग की जाती है।
फोकस प्वाइंट
- लालबर्रा में 78 पंचायतों के 109 गांव।
- 108 एंबुलेंस ठप होने से लोग परेशान।
- निजी वाहन का लोग कर रहे उपयोग।
- गरीबों को हो रही परेशानी।
इनका कहना...
अंडर भुगतान व क्रिमीनल रिकार्ड की वजह से गाडिय़ां हमें अभी हैंडओवर नहीं हुई है।जैसे ही वेंडरों का भुगतान हो जाता है।सभी गाडिय़ा रिनुवल कर दी जाएगी।
दीपक सरीया डायल 100 डीएम।