विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा का नहीं हुआ सर्वे, पंचायत सचिव निलंबित
रोजगार सहायक को पद से पृथक करने के निर्देश
जपं सीईओ, पटवारी को जारी होगा नोटिस
मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान शिविर में सामने आई सच्चाई
बालाघाट। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा 30 सितम्बर को परसवाड़ा विकासखंड की ग्राम पंचायत लगमा रै और बैहर विकासखंड की ग्राम पंचायत परसाटोला में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान शिविर में अचानक पहुंचे। उन्होंने शिविर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान शिविर में पहुंचे ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याओं को सुना और मैाके पर ही कुछ आवेदनों का निराकरण भी किया। इन शिविरों में बैगा जनजाति के लोगों को पोषण आहार योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से जानकारी ली। जिसमें पता चला कि विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के लोगों का सही सर्वे नहीं किया गया है। इस पर उन्होंने पंचायत सचिव भजन वल्के को निलंबित करने और ग्राम रोजगार सहायक फागूलाल को पद से पृथक करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने पटवारी दुरूगसिंह टेकाम, परसवाड़ा जनपद के सीईओ जयदेव शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में प्राप्त आवेदनों को पोर्टल पर दर्ज करने एवं पात्रता के अनुसार आवेदकों को योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने उकवा के स्कूल में स्मार्ट क्लास का भी निरीक्षण किया और कक्षा के बच्चों से चर्चा की और स्मार्ट क्लास के माध्यम से कराई जा रही पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर राहुल नायक, बैहर के सीईओ सीएल मेरावी, रितेश चौहान, सहायक यंत्री भास्कर शिव भी उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने 30 सितम्बर को तहसील कार्यालय बैहर का आकस्मिक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान उन्होंने तहसीलदार कोर्ट बैहर, भंडेरी और गढ़ी के प्रकरणों को देखा। निरीक्षण में पाया गया कि तहसीलदार के रीडर द्वारा राजस्व प्रकरणों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसके कारण नामांतरण और फौती के प्रकरण लंबित है। इस पर कलेक्टर ने रीडर आशीष सिंह को निलंबित करने और उसका मुख्यालय तहसील कार्यालय बिरसा में निर्धारित करने के निर्देश दिए उन्होंने नामांतरण, फौती, अन्य राजस्व प्रकरणों का 15 दिनों के भीतर निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान बैहर एसडीएम तन्मय वशिष्ट शर्मा, तहसीलदार आरपी मार्को भी मौजूद थे।