कॉलेजों में ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन दर्ज हुई उपस्थिति

 कॉलेजों में ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन दर्ज हुई उपस्थिति


बालाघाट. जिले के कॉलेजों में ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन ही उपस्थिति दर्ज हो पाई। शनिवार को पहले दिन प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए कोई व्यवस्था नहीं बन पाई। इधर, ऑनलाइन अटेंडेंस की व्यवस्था नहीं होने के चलते प्राध्यापकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज की जा रही है।

जानकारी के अनुसार उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 1 अक्टूबर से कॉलेजों में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए थे। लेकिन विडम्बना यह है कि जिले के कॉलेजों में बायोमेट्रिक्स मशीनें ही उपलब्ध या क्रय नहीं हो पाई है। जिसके चलते पहले दिन शनिवार को कॉलेजों में ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज की गई है। जिले के अग्रणी महाविद्यालय शासकीय पीजी कॉलेज बालाघाट और शासकीय कन्या महाविद्यालय बालाघाट में अभी तक मशीनें क्रय नहीं हो पाई है। पीजी कॉलेज में मशीन क्रय करने के लिए निविदा जारी कर दी थी, लेकिन अधिक मशीनें लगने के चलते निविदा को निरस्त करना पड़ा है। पुन: अधिक मशीनेें क्रय करने के लिए निविदा जारी की है। इसी तरह कन्या महाविद्यालय में भी मशीन क्रय करने कॉलेज प्रबंधन द्वारा पत्राचार किया गया है।

रजिस्टर में लगाई जा रही है उपस्थिति

पीजी कॉलेज और कन्या महाविद्यालय में अभी ऑफलाइन अटेंडेंस लगाई जा रही है। दोनों ही कॉलेजों में रजिस्टर में ही प्राध्यापकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज हो रही है। बायो मेट्रिक्स अटेंडेंस मशीन लगने के बाद ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होगी।

पीजी कॉलेज 13 हजार से अधिक बच्चे

जटाशंकर त्रिवेदी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालाघाट में स्नातक से स्नातकोत्तर की कक्षाओं में 13 हजार से अधिक बच्चे दर्ज हैं। इसके अलावा कॉलेज स्टाफ शामिल है। छात्रों और कॉलेज स्टाफ के लिए फिलहाल 25 मशीनें लगाने की योजना है। प्रायोगिक तौर पर बायो मेट्रिक्स अटेेंडेंस में सफल होने के बाद ही आगे और मशीनें लगाई जा सकती है। कॉलेज प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार बच्चों की दर्ज संख्या के आधार पर और मशीनें लगानी पड़ सकती है।

कन्या महाविद्यालय में करीब 4 हजार बच्चे

कमला नेहरु शासकीय कन्या महाविद्यालय बालाघाट में करीब चार हजार छात्राएं और कॉलेज स्टाफ शामिल है। इस कॉलेज में 8 बायोमेट्रिक मशीन लगाए जाने की योजना है। फिलहाल दो या तीन मशीनें ही लगाई जाएंगी। प्रायोगिक तौर पर बायो मेट्रिक्स अटेेंडेंस सफल होने के बाद ही आगे अन्य मशीनों को इंस्टाल किया जाएगा।

इनका कहना है

कन्या महाविद्यालय में 8 बायो मेट्रिक्स मशीनें लगाने की योजना है। पहले दो या तीन मशीनें लगाएंगे। इसके बाद आगे और मशीने लगाई जाएगी। कॉलेज में करीब चार हजार छात्राएं दर्ज है। मशीन क्रय करने के लिए पत्र लिखा गया है।

-डॉ. दिनेश मेश्राम, प्राचार्य, कन्या महाविद्यालय बालाघाट

पीजी कॉलेज में पहले 25 मशीनें लगाई जाएगी। आवश्यकता पडऩे पर और मशीनें लगाई जा सकती है। कॉलेज में 13 हजार से अधिक छात्रों की संख्या है। फिलहाल सभी की ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज हो रही है। मशीनें क्रय करने की प्रक्रिया प्रोसेस में है।

-डॉ. गोविंद सिरसाठे, प्राचार्य, पीजी कॉलेज बालाघाट

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