बालाघाट-मंडला के दलम की महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ से कड़ी टूटी
बालाघाट। पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ गणेश के मारे जाने से पुलिस को जहां बड़ी सफलता हाथ लगी है, तो वहीं नक्सलियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ गया है। गणेश की मौत से नक्सलियों के दलमों के बीच स्थापित होने वाले संपर्क की कड़ी भी टूट गई है। इसके चलते ही अब बालाघाट-मंडला समेत मध्यप्रदेश के अन्य जिलों के नक्सलियों के दलम के बीच महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों के बीच होने वाला आपसी संपर्क भी नहीं हो पाएगा जिससे नक्सलियों की जंगल में पकड़ भी कम होगी।
दलमों के बीच संपर्क साधने का काम करता था गणेश :
बालाघाट-मंडला की सीमा पर मारा गया नक्सली गणेश बालाघाट, मंडला समेत अन्य जिलों के जंगल में संचालित हो रहे अलग-अलग दलमों के नक्सलियों के बीच आपसी संपर्क साधकर नक्सलियों के बीच सामजस्य बैठाने का काम करता था।जिससे नक्सलियों के बीच उनके ग्रामीणों को बरगलाने के तरीके, विस्फोटक सामग्री, ग्रामीणों की बैठक, कैंप लगाए जाने समेत गलत तरीकों की जानकारी भी होती थी। इतना ही नहीं नक्सलियों के लीडरों की भी सूचनाएं उन पहुंचती थी।
खुद की प्लाटून थी गणेश के पास :
बालाघाट,मंडला, डिंडौरी जोन के एडीजी संजय सिंह ने बताया कि गणेश उम्र 27 वर्ष नरगुडा थाना कासनसुर जिला गड़चिरौली महाराष्ट्र बड़ा लीडर होने के कारण उसके आधुनिक हथियार होने के साथ ही खुद की प्लाटून थी और वो जहां जाता था, उसकी प्लाटून उसके साथ ही होती थी। इसी प्रकार राजेश भी कमांडर था और उसके पास अपनी प्लाटून थी। उन्होंने बताया कि गणेश की मौत से नक्सलियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मध्यप्रदेश में नक्सलियों के ये दलम हैं सक्रिय :
मध्यप्रदेश के बालाघाट, मंडला समेत अन्य जिलों में नक्सलियों के विस्तार प्लाटून एक, विस्तार प्लाटून दो, विस्तार प्लाटून तीन, कान्हा भौरम दलम, खटिया मोचा दलम, टांडा दलम समेत अन्य दल है, जो पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कार्य जंगल में छिपकर करते है,लेकिन गणेश की मौत से इन दलमों का आपसी संपर्क टूट गया है।
दो राज्यों का पुलिस बल जंगल में कर रहा सर्चिंग :
बालाघाट-मंडला के बीच मोतीनाला, सुपखार के जंगल के जमसेरा फारेस्ट नाका में मुठभेड़ के बाद मध्यप्रदेश के बालाघाट, मंडला व छत्तीसगढ के कवर्धा जिले की हाकफोर्स, जिला पुलिस बल बड़ी संख्या में अलग-अलग टीमों में बालाघाट एसपी समीर सौरभ, मंडला एसपी यशपाल सिंह राजपूत व छत्तीसगढ़ के कवर्धा एसपी के नेतृत्व में जंगल में सर्चिंग कर रही है जिससे मुठभेड़ के बाद घायल हुआ नक्सली व भागे नक्सलियों को पकड़ा जा सके।
मारा गया नक्सली गणेश का काम समस्त नक्सली दलमों के नक्सलियों के बीच संपर्क साधने का था जो खुद की प्लाटून लेकर चलता था वहीं राजेश भी कमांडर था जिसके पास भी प्लाटून थी। इन नक्सलियों की विस्तृत जानकारी निकालने के साथ ही नक्सलियों की तलाश करने बालाघाट, मंडला व कवर्धा हाकफोर्स व जिला पुलिस बल सर्चिंग कर रही है।- -संजय सिंह, एडीजी, बालाघाट जोन।