शीत लहर का प्रकोप, दिन भर नहीं हुए सूर्य देवता के दर्शन
बालाघाट. बुधवार की अल सुबह से मौसम का मिजाज बदला-बदला सा रहा। आसमान में बादल छाए रहे। दिनभर सूर्य देवता के दर्शन भी नहीं हो पाए। शीतलहर का प्रकोप पूरे जिले में देखने को मिला। अलाव जलाकर सर्दी से बचाव का सिलसिला चलते रहा। शाम के समय हल्की बूंदाबांदी हुई। मावठ की हल्की बारिश ने सर्दी और बढ़ा दी। शीत लहर के प्रकोप से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बुधवार को जहां अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं जिले के बैहर, बिरसा, गढ़ी, सूपखार और कान्हा नेशनल पार्क से सटे क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
जिले में मौसम परिवर्तन दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। बुधवार को सुबह से लेकर देर शाम तक शीत लहर का प्रकोप जारी रहा। पूरे दिन ठंडी हवाएं चलते रही। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ठंड से बचाव के लिए अधिकांश लोग अपने ही घरों में दुबके रहे।
कोहरे के आगोस में रहा जिला
बुधवार की अल सुबह पूरा जिला कोहरे के आगोस में समाया हुआ रहा। सुबह करीब 8 बजे के बाद से दृश्यता नजर आई। शहरी क्षेत्रों में भी कोहरे का असर नजर आया। जबकि जंगली क्षेत्रों में कोहरे के कारण वाहन चालकों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
हल्की बारिश की संभावना
जिला कृषि मौसम इकाई ग्रामीण कृषि मौसम सेवा राणा हनुमानसिंह कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव के मौसम वैज्ञानिक धमेन्द्र आगाशे ने बताया कि जिले में अगले दो दिनों तक हल्की बारिश की संभावना है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश से पश्चिमी विदर्भ तक ट्रफ अगले 2 दिनों में दक्षिण पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्र में हल्की बारिश की संभावना है।
आदिवासी अंचल में लुढ़का पारा
जिले के बैहर, बिरसा, परसवाड़ा, गढ़ी, लांजी, किरनापुर के वनांचल क्षेत्रों में पारा लुढ़क रहा। तापमान में करीब 2 से 3 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई। बुधवार की सुबह से देर शाम तक शीत लहर का प्रकोप जारी रहा। वनांचल क्षेत्र में जंगल होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का अधिक असर देखा गया। लोग अलाव जलाकर ठंड दूर करते नजर आए। अधिकांश लोग गर्म कपड़ों में दुपके रहे।
कक्षा 5 वीं तक के बच्चों के लिए 7 तक अवकाश
शीतलहर के कारण स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडऩे की संभावना को देखते हुए कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने सुबह कालीन पाली में लगने वाली शालाओं के समय में परिवर्तन किया है। जिसके अनुसार जिले में सुबह पाली में लगने वाली समस्त शालाएं आगामी आदेश तक अब सुबह 9.30 बजे से लगेंगी। लेकिन राज्य स्तर से निर्धारित विभिन्न परीक्षाएं निर्धारित समय पर ही आयोजित की जाएगी। नर्सरी से कक्षा 5वीं तक के बच्चों के लिए 5 से 7 जनवरी के लिए सामान्य अवकाश घोषित कर दिया गया है। अवकाश अवधि के दौरान शिक्षक निर्धारित समय पर प्रतिदिन शाला में उपस्थित रहेंगें। यह आदेश तत्काल प्रभावी हो गया है। जिले में संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय, आइसीएसइ, सीबीएसइ से संबंध सभी शालाओं पर लागू रहेगा।
दलहनी फसलों को होगा नुकसान
आसमान में बादल छाए रहने से दलहनी फसलों को नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। दरअसल, दलहनी फसल में इल्लियां लगने की संभावना प्रबल हो गई है। खासतौर पर अरहर, मटर और चना की फसल के इससे प्रभावित होने की संभावना प्रबल है। मौसम में बदलाव के चलते किसान काफी चिंतित हैं।