सीटू ने खदानों में कार्यरत मजदूर सगंठन की जांच के लिए प्रशासन से लगाई गुहार
बालाघाट। बालाघाट जिले में संचालित मैग्रीज खदानों में पूर्व से संचालित मज़दूरों के संगठन को छोड़कर अन्य संगठन घुसपैठि बनकर मजदूरों को बहलाकर विवाद उत्पन्न करवा रहा है जिसका खनिज मजदूर एकता युनियन बालाघाट के द्वारा विरोध करते हुए जिला प्रशासन से जांच की मांग की है।
खनिज मजदूर एकता युनियन संगठन बालाघाट के प्रमुख ज़िला सचिव संतोष मंडलवार के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर, एसपी स्ष्ठरू एवं वारासिवनी थाना प्रभारी के नाम ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि विगत 38 वर्षों से ज़िले मजदूर एकता यूनियन लगातार मजदूर खदान श्रमिकों के हितों की रक्षा हेतु कार्यरत है। उनकी हर समस्या में हमारा संगठन कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहा है। उनके सुख दुख में साथ देता है द्य लेकिन विगत कुछ दिनों से एक नया संगठन राष्ट्रीय मजदूर मंच तुमसर महाराष्ट्र का बालाघाट जिले के खदानों में कार्यरत मजदूरों श्रमिको को बहला फुसलाकर अपने संगठन के माध्यम से निजी वा आर्थिक स्वार्थ सिद्ध करना चाह रहा है जिससे श्रमिकों में दिग्भ्रमित की स्थिति उत्पन्न हो रही है और वे आपस में ही अपने साथियो के साथ विवाद, दंगा फसाद खदानों में हड़ताल कर रहे है और आगे भी आगामी समय मे ऐसा ही विवादित स्थिति पैदा होने की भरपूर संभावना दिख रही है। उदाहरण स्वरूप नैतरा माईन्स में श्रमिकों के मध्य विवाद हड़ताल विगत कई दिनों से लगातार हो रहा है। खनिज मजदूर एकता युनियन संगठन बालाघाट के प्रमुख ज़िला सचिव ने जिला के पुलिस एवं प्रकाशन से राष्ट्रीय मजदूर मंच तुमसर (महाराष्ट्र )के संगठन की जाँच कर उसे बालाघाट मे आकर विवाद फैलाने और बालाघाट के खदानों में पूर्व से कार्यरत श्रमिक संगठन से आमना-सामना रोकने हेतु आवश्यक कार्यवाही अतिशीघ्र करने की मांग की है।